REET Level 1 Syllabus 2024:राजस्थान तृतीय श्रेणी शिक्षक परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए REET लेवल 1 का आधिकारिक सिलेबस जारी कर गया है। राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड ने आरईईटी लेवल 1 का पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न वेबसाइट पर जारी कर दिया है। REET Level 1 Syllabus 2024 का पीडीएफ डाउनलोड करने का सीधा लिंक नीचे दिया गया है।
REET लेवल 1 की परीक्षा कुल 150 अंकों की होगी, जिसमें विभिन्न विषयों से 150 प्रश्न पूछे जायेंगे। परीक्षा में गलत उत्तर देने या कोई प्रश्न खाली छोड़ने पर 0.33 अंक का नकारात्मक अंकन होगा। RSMSSB के नए नियमों के अनुसार, प्रश्न खाली छोड़ने पर अभ्यर्थियों को पांचवां विकल्प भरना अनिवार्य होगा, जिसके लिए अतिरिक्त समय भी दिया जाएगा।
भजनलाल सरकार ने तृतीय श्रेणी की भर्ती में दो पेपर की स्कीम खत्म कर दोबारा एक पेपर से भर्ती कराने का फैसला किया है। यह परीक्षा ऑफलाइन पद्धति से आयोजित की जाएगी. पेपर पूरा करने के लिए उम्मीदवारों के पास 2 घंटे 30 मिनट का समय होगा। तृतीय श्रेणी प्राथमिक शिक्षक के पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न का पूरा विवरण नीचे दिया गया है।
Reet Level 1 Syllabus 2024 मनोविज्ञान –
बाल विकास : वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास कोप्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदभ्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध
> वशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका
> व्यक्तिगत विभिन्नताएँ : अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक।
> व्यक्तित्व : संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन।
> बुद्धि : संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ ।
विविध अधिगमकर्ताओं की समझ : पिछडे, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित- वंचित, विशेषआवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे।
अधिगम में आने वाली कठिनाइयाँ
समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका
अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना। अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।> अधिगम के सिद्धान्त एवं इनके निहितार्थ ।
> बच्चे सीखते कैसे है। अधिगम की प्रक्रियाएँ। चिन्तन, कल्पना एवं तर्क ।
Reet Level 1 Syllabus 2024 हिंदी –
एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशों के लिए एक शब्द, शब्दार्थ, शब्द शुद्धि ।
उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास। संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय ।
एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :
रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना । दिए गए शब्दों कावचन काल और लिंग बदलना ।
वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध।
मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न ।
भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास ।
भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ,शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन ।
भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन,उपचारात्मक शिक्षण ।
बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निधोरित पाठयक्रमसत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तरसैकण्डरी (कक्षा 10 ) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।
Reet Level 1 Syllabus 2024 संस्कृत –
एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित- व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः –
शब्दरूप-धातुरूप-कारक -विभक्ति -उपसर्ग-प्रत्यय- सन्धि-समास-सर्वनाम-विशेषण-अव्ययेषु प्रश्ना:-एकम् अपठितं गद्यांशम् राजस्थानस्य इतिहासं कलां संस्कृतिं चाधारीकृत्य निम्नलिखित- बिन्दुसम्बन्धिनःप्रश्ना:-
रेखांकितपदेषुक्रियापद – चयन- वचन-लकार-लिंग-सन्धि-समास -विशेष्य -विशेषणज्ञान- विलोमशब्द-प्रश्नाः ।
लकारपरिवर्तन-प्रश्नाः (लट्-लड्-लृट् -विधिलिड्लकारेषु
संख्याज्ञान- माहेश्वर-सूत्र-सम्बन्धिनः प्रश्ना:-
संस्कृतानुवाद, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्-लकारस्य) वाक्येषु-प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः ।
) संस्कृतभाषा-शिक्षण-विधयः ।() संस्कृतभाषा-शिक्षण -सिद्धान्ताः ।
संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्)
संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि।
संस्कृतभाषा-शिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिनः प्रश्ना, मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकार-सततमूल्यांकनम्उपचारात्मकशिक्षणम् ।
Reet Level 1 Syllabus 2024 अंग्रेजी –
Unseen Prose Passage
Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution
Unseen Prose Passage
Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison
Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice,Narration, Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols
Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English LanguageTeaching
Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: (Text books, Multi-Media Materials and other Resources)
Comprehensive & Continuous Evaluation, Evaluation in English Language.
> अभिप्रेरणा व इसके अधिगम के लिए निहितार्थ।
> शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूहरचना एवं विधियाँ।
> आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण कानिर्माण। सीखने के प्रतिफल
৮ क्रियात्मक अनुसन्धान
> शिक्षा का अधिकार अधिनियम- 2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व ।
Reet Level 1 Syllabus 2024 गणित का सिलेबस –
एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ -जोड़,बाकी, गुणा, भाग; भारतीय मुद्रा।
भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्नें, समान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, मिश्र भिन्नें,असमान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, भिन्नों की जोड़ बाकी, अभाज्य एवं संयुक्तसंख्याएं, अभाज्य गुणनखप्ड, लघुत्तम समापवत्य, महत्तम समापवर्तक।
ऐकिक नियम, औसत, लाभ-हानि, सरल व्याज।
समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितीय आकृतियों कीविशेषतायें बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार।
लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंधवर्गाकार तथा आयतकार वस्तुओं के पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप।
गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाव्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिकगणित, आंकडो का प्रबंधन।
औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियों द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएं, त्रुटि विश्लेषण एवंशिक्षण एवं अधिगम से संबंधित, निदानात्मक एवं उपराचारात्मक शिक्षण।
> बह विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठयक्रमएवं वर्तमान में प्रचलित सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाईका स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10 ) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा ।
Reet Level 1 Syllabus 2024 पर्यावरण का सिलेबस –
परिवार – आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुराईयां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, चोरी),दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम ।
वस्त्र एवं आवास – विभिन्न ऋतुओं में पहने जाने वाले वस्त्र, घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हस्त करघा तथा पावरलूम,जीव जन्तुओं के आवास, विभिन्न प्रकार के मानव-आवास, आवास और निकटवर्ती स्थानो की स्वच्छता, आवास निर्माणहेतु विभिन्न प्रकार की सामग्री।
व्यवसाय – अपने परिवेश के व्यवसाय (कपड़े सिलना, बागवानी, कृषि कार्य, पशुपालन, सब्जीवाला आदि), लघु एवंकुटीर उद्योग, राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग एवं हस्तकलाएं, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां।हमारी सभ्यता, संस्कृति – राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय पर्व, राजस्थान के मेले एव त्यौहार, राजस्थान की वेशभूषा एवंआभूषण, राजस्थान का खान-पान, राजस्थान की वास्तुकला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान की प्रमुख विभूतियांएवं गौरव राजस्थान की विरासत (प्रमुख दर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोकदेवता।परिवहन और संचार – यातायात और संचार के साधन, सड़क पर चलने और यातायात के नियम, यातायात के संकेत,संचार साधनों का जीवन शैली पर प्रभाव।
अपने शरीर की देख-भाल – शरीर के बाहय अंग और उनकी साफ-सफाई, शरीर के आंतरिक भागों कीसामान्य जानकारी, संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्व, सामान्य रोग (आंत्रशोथ, अमीबायोसिस,मेटहीमोग्लोबिन, एनिमिया, फ्लुओरोसिस, मलेरिया, डेंगू) उनके कारण और बचाव के उपाय, पल्स पोलियो अभियान।सजीव जगत – पादपों और जंतुओं के संगठन के स्तर, सजीवों में विविधता, राज्य पुष्प, राज्य वृक्ष, राज्य पक्षी,राज्य पशु, संरक्षित वन क्षेत्रों एवं वन्य जीव (राष्ट्रीय उद्यान, वन्य जीव अभयारण्य, बाघ संरक्षित क्षेत्र, विश्व धरोहर)की जानकारी, पादपों तथा जंतुओं की जातियों का संरक्षण, कृषि पद्दतियां ।
जल – जल, वन, नमभूमि और मरूस्थल की मूलभूत जानकारी, विभिन्न प्रकार के प्रदूषण एवं इनका नियंत्रण,जल के गुण, जल के स्त्रोत, जल- प्रबंधन, राजस्थान में कलात्मक जल स्त्रोत, पेयजल व सिंचाई स्त्रोत।हमारी पृरथ्वी व अंतरिक्ष- सौर परिवार, भारत के अंतरिक्ष यात्री।
पर्वतारोहण- पर्वतारोहण में कठिनाईयां एवं काम आने वाले औजार, भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही।पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एव संकल्पना।
कुल अक 30
पर्यावरण अध्ययन का महत्व, समाकलित पर्यावरण अध्ययन, पर्यावरण शिक्षा के अधिगम सिद्धान्त,पर्यावरण आध्ययन का विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ अन्त्सम्बन्ध एवं क्षेत्र,पर्यावरणीय शिक्षा शास्त्र- संकल्पना प्रस्तुतीकरण के उपागम । क्रियाकलाप, प्रयोग / प्रायोगिक कार्य, चर्चा।समग्र एवं सतत मूल्यांकन, शिक्षण सामग्री/ सहायक सामग्री, शिक्षण की समस्याऐं, सूचना एवं संचार प्रोद्यौगिकी ।