Rajasthan REET Level 2 Syllabus 2025: राजस्थान रीट लेवल दो का नया सिलेबस और एग्जाम पैटर्न जारी

Rajasthan REET Level 2 Syllabus 2025: रीट लेवल 2 एसएसटी 2024 पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया है। आप लोग इस पाठ्यक्रम की पीडीएफ फाइल हमारे द्वारा दिए गए लिंक के माध्यम से सीधे डाउनलोड कर सकते हैं। अगर आप इस पाठ्यक्रम में किए गए नए बदलावों के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े।

आज इस आर्टिकल में हम आपको REET लेवल 2 से जुड़ी पूरी जानकारी विस्तार से बताएंगे। हम आपको बताएंगे कि आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से इस पाठ्यक्रम को कैसे डाउनलोड किया जाए। इस सिलेबस को डाउनलोड करने के लिए डायरेक्ट लिंक कहां से मिलेगा, इस सिलेबस को डाउनलोड करने की प्रक्रिया क्या होगी। इसकी पुरी जानकारी इस लेख मे दी गयी है।

Rajasthan REET Level 2 Syllabus 2025 एग्जाम पैटर्न

  • Mode Of Exam: राजस्थान रीट 2025 परीक्षा ऑफ़लाइन मोड के माध्यम से आयोजित की जाएगी।
  • Exam Duration: परीक्षा पेपर हल करने के लिए उम्मीदवारों को 2 घंटे और 30 मिनट (150 मिनट) मिलेंगे। पांचवें विकल्प को भरने के लिए अलग से 10 मिनट का टाइम स्लॉट उपलब्ध होगा।
  • Negative Marking: यदि आप परीक्षा में गलत उत्तर देते हैं या प्रश्न भरे बिना कोई विकल्प खाली छोड़ देते हैं, तो 1/3 अंक का नकारात्मक अंक गिना जाएगा। यदि कोई अभ्यर्थी बिना कोई विकल्प भरे 10% से अधिक प्रश्न खाली छोड़ देता है तो ऐसे अभ्यर्थियों को बोर्ड द्वारा परीक्षा से अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
  • No. Of Questions: परीक्षा में सभी अलग-अलग विषयों से 150 प्रश्न पूछे जायेंगे।
  • No. Of Marks: पेपर कुल 150 अंकों का होगा।

REET Level 2 Syllabus 2025 in हिंदी

राजस्थान राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड ने रीट लेवल 2 सिलेबस 2025 परीक्षा में पांच अलग-अलग विषयों में से बाल विकास और शिक्षा, प्रथम भाषा, द्वितीय भाषा, गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन आदि विषयों को शामिल किया है। इन विषयों के पाठ्यक्रम में निर्धारित विषयों की पूरी जानकारी नीचे दी गयी है। पाठ्यक्रम फ़ाइल को पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड करने के लिए, हमारे द्वारा नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Child Development and Teaching Methods

  • बाल विकास: वृद्धि एवं विकास की अवधारणा, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धांत, विकास को प्रभावित करने वाले कारक
  • विशेषकर परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में तथा अधिगम से संबंध।
  • आनुवंशिकता और पर्यावरण की भूमिका।
  • Individual Differences: व्यक्तिगत अंतर का अर्थ, प्रकार और उसे प्रभावित करने वाले कारक।
  • व्यक्तित्व: संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक, व्यक्तित्व का मापन।
  • अधिगम के सिद्धान्त (व्यवहारवाद, गैस्टाल्टवाद, संज्ञानवाद, निर्मितिवाद) एवं इनके निहितार्थ।
  • बच्चे सीखते कैसे है।
  • अधिगम की प्रक्रियाएँ।
  • बुद्धि: संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ।
  • विविध अधिगमकर्ताओं की समझ: पिछड़े, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित- वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं
  • अधिगम अक्षमता युक्‍त बच्चे।
  • अधिगम में आने वाली कठिनाइयां
  • समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका।
  • अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना।
  • अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
  • चिन्तन, कल्पना एवं तर्क – निर्मितिवाद उपागम,
  • आनुभविक अधिगम, संकल्पना-मानचित्रण, अन्वेषण एवं समस्या समाधान।
  • अभिप्रेरणा एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ |
  • शिक्षण अधिगम की प्रक्रियायें, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा-2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
  • आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य।
  • समग्र एवं सतत्‌ मूल्यांकन।
  • उपलब्धि परीक्षण का निर्माण।
  • सीखने के प्रतिफल।
  • क्रियात्मक अनुसन्धान।
  • शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।

English

  • Unseen Prose Passage
  • Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution.
  • Development of Language Skills, Teaching Learning Materials: Text books, Multi-media Materials and other resources.
  • Unseen Prose Passage
  • Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of Comparison.
  • Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols.
  • Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching.
  • Continuous and Comprehensive Evaluation, Assessment and Evaluation in Language.

Hindi

  • शब्द ज्ञान- तत्सम,
  • तद्भव,
  • देशज,
  • विदेशी शब्द,
  • पर्यायवाची,
  • विलोम,
  • एकार्थी शब्द,
  • उपसर्ग, प्रत्यय,
  • संधि और समास,
  • संज्ञा,
  • सर्वनाम,
  • विशेषण,
  • विशेष्य,
  • अव्यय,
  • वाक्यांश के लिए एक शब्द,
  • शब्द शुद्धि,
  • रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना,
  • वचन,
  • काल,
  • लिंग ज्ञात करना,
  • दिए गए शब्दों का वचन काल और लिंग बदलना,
  • राजस्थानी शब्दों के हिन्दी रूप।
  • वाक्य रचना,
  • वाक्य के अंग,
  • वाक्य के प्रकार,
  • पदबंध,
  • मुहावरे और लोकोक्तियाँ,
  • विराम चिन्ह,
  • भाषा की शिक्षण विधि,
  • भाषा शिक्षण के उपागम,
  • भाषा दक्षता का विकास
  • सुनना,
  • बोलना,
  • पढ़ना,
  • लिखना,
  • हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ, शिक्षण अधिगम
  • सामग्री, पाठ्य पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन
  • भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत्‌ मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण

Maths & Science

  • प्रायिकता
  • गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति
  • पाठयक्रम में गणित की महत्ता
  • गणित की भाषा
  • सामुदायिक गणित
  • मूल्यांकन
  • उपचारात्मक शिक्षण
  • शिक्षण की समस्‍यायें
  • वर्ग और वर्गमूल
  • घन और घनमूल
  • घातांक: समान आधार की घातीय संख्याओं का गुणा तथा भाग, घातांक नियम।
  • बीजीय व्यंजक: बीजीय व्यंजकों का योग, व्यवकलन, गुणा एवं भाग, सर्वसमिकाएं।
  • गुणनखण्ड: सरल बीजीय व्यंजकों के गुणनखण्ड।
  • समीकरण: सरल एकघातीय समीकरण
  • ब्याज: सरल ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ-हानि,
  • अनुपात एवं समानुपात : समानुपाती भागों में विभाजन, भिन्‍न।
  • प्रतिशतता, जन्म व मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि, हास।
  • रेखा तथा कोण, रेखा खण्ड, सरल एवं वक्र रेखाएं, कोणों के प्रकार।
  • समतलीय आकृतियाँ: त्रिभुज, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, चतुर्भुज तथा वृत्त, बहुभुज।
  • समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप: त्रिभुज, आयत, समान्तर चतुर्भुज एवं समलम्ब चतुर्भुज।
  • पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतन: घन, घनाभ एवं लम्बवृत्तीय बेलन
  • सांख्यिकी : आंकड़ों का संग्रह एवं वर्गीकरण, बारम्बारता बंटन सारिणी, मिलान चिहन, स्तम्भ (बार) लेखाचित्र
  • एवं आयत लेखाचित्र, वृत्तीय ग्राफ (पाई चित्र)
  • लेखाचित्र (ग्राफ): विभिन्‍न प्रकार के लेखाचित्र

Maths & Science

  • प्रायिकता
  • गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति
  • पाठयक्रम में गणित की महत्ता
  • गणित की भाषा
  • सामुदायिक गणित
  • मूल्यांकन
  • उपचारात्मक शिक्षण
  • शिक्षण की समस्‍यायें
  • वर्ग और वर्गमूल
  • घन और घनमूल
  • घातांक: समान आधार की घातीय संख्याओं का गुणा तथा भाग, घातांक नियम।
  • बीजीय व्यंजक: बीजीय व्यंजकों का योग, व्यवकलन, गुणा एवं भाग, सर्वसमिकाएं।
  • गुणनखण्ड: सरल बीजीय व्यंजकों के गुणनखण्ड।
  • समीकरण: सरल एकघातीय समीकरण
  • ब्याज: सरल ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ-हानि,
  • अनुपात एवं समानुपात : समानुपाती भागों में विभाजन, भिन्‍न।
  • प्रतिशतता, जन्म व मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि, हास।
  • रेखा तथा कोण, रेखा खण्ड, सरल एवं वक्र रेखाएं, कोणों के प्रकार।
  • समतलीय आकृतियाँ: त्रिभुज, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, चतुर्भुज तथा वृत्त, बहुभुज।
  • समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप: त्रिभुज, आयत, समान्तर चतुर्भुज एवं समलम्ब चतुर्भुज।
  • पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतन: घन, घनाभ एवं लम्बवृत्तीय बेलन
  • सांख्यिकी : आंकड़ों का संग्रह एवं वर्गीकरण, बारम्बारता बंटन सारिणी, मिलान चिहन, स्तम्भ (बार) लेखाचित्र
  • एवं आयत लेखाचित्र, वृत्तीय ग्राफ (पाई चित्र)
  • लेखाचित्र (ग्राफ): विभिन्‍न प्रकार के लेखाचित्र

विज्ञान

  • सजीव एवं निर्जीव: परिचय, अन्तर एवं लक्षण
  • सूक्ष्म जीवः जीवाणु, वायरस, कवक – लाभकारी एवं अलाभकारी
  • सजीव: पौधे के प्रकार एवं विभिन्‍न भाग, पादपों में पोषण, श्वसन एवं उत्सर्जन, पादप
  • जन्तु प्रजनन एवं किशोरावस्था: जनन की विधियाँ, लैंगिक एवं अलैंगिक, किशोरावस्था एवं यौवनारम्भ, शारीरिक परिवर्तन, जनन में हार्मोन्स की भूमिका, जननात्मक स्वास्थ्य
  • यांत्रिकी: बल एवं गति, बलों के प्रकार – पेशीय बल, घर्षण बल, गुरूत्व बल, चुम्बकीय बल, स्थिर वैद्युत बल,
  • और जंतु कोशिकाओं की संरचना और कार्य, कोशिका विभाजन
  • मानव शरीर एवं स्वास्थ्य- सूक्ष्म जीवों से फैलने वाले रोग (क्षय रोग, खसरा, डिप्थीरिया, हैजा, टाइफाइड)
  • रोगों से बचाव के उपाय, मानव शरीर के विभिन्‍न तंत्र, संक्रामक रोग – फैलने के कारण और बचाव, भोजन के स्त्रोत, भोजन के प्रमुख अवयव और इनकी कमी से होने वाले रोग, संतुलित भोजन।
  • गति के प्रकार – रेखीय, वृत्ताकार, कम्पन, आवर्त एवं घूर्णन गति।
  • दाब, वायुमण्डलीय दाब, उत्प्लावन बल, कार्य एवं ऊर्जा, ऊर्जा के परम्परागत तथा वैकल्पिक स्रोत, ऊर्जा संरक्षण।
  • ताप एवं ऊष्मा: ताप एवं ऊष्मा का अभिप्राय, तापमापी, ऊष्मा संचरण।
  • प्रकाश एवं ध्वनि: प्रकाश के स्रोत, प्रकाश का परावर्तन, गोलीय दर्पण, समतल दर्पण व गोलीय दर्पण से प्रतिबिम्ब बनना, प्रकाश का अपवर्तन, लैंस एवं लैंस से प्रतिबिम्ब का निर्माण, ध्वनि, ध्वनि के अभिलक्षण, ध्वनि संचरण, ध्वनि प्रदूषण।
  • विद्युत एवं चुंबकत्व: विद्युत धारा, विद्युत परिपथ, विद्युत धारा के ऊष्मीय, चुंबकीय एवं रासायनिक प्रभाव, चुंबक एवं चुंबकत्व।
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी: दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व
  • संश्लेषिक रेशे तथा प्लास्टिक: संश्लेषिक रेशों के गुणधर्म एवं प्रकार
  • प्लास्टिक एवं इसके गुणधर्म, प्लास्टिक एवं पर्यावरण, डिटर्जेंट, सीमेंट आदि
  • चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी – एक्स किरण, सी.टी. स्कैन, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउण्ड तथा लेजर किरणें
  • दूरसंचार के क्षेत्र में फैक्स मशीन, कम्प्यूटर, इन्टरनेट, ई-मेल तथा वेबसाइट की सामान्य जानकारी
  • सौर मण्डल: चन्द्रमा एवं तारे, सौर परिवार-सूर्य एवं ग्रह, धूमकेतु, तारामण्डल
  • पदार्थ की संरचना: परमाणु एवं अणु, परमाणु की संरचना, तत्व, यौगिक और मिश्रण, मिश्रण के अवयवों का पृथक्करण, तत्वों के प्रतीक, यौगिकों के रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक समीकरण, भौतिक एवं रासायनिक
  • परिवर्तन।
  • रासायनिक पदार्थ: ऑक्साइड्स, हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन, हाइड्रोकार्बन की सामान्य जानकारी, अम्ल, क्षार और लवण, ऑक्सीजन गैस, नाइट्रोजन गैस, नाइट्रोजन चक्र, कोयला, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस।कृषि प्रबंधन: कृषि पद्धतियाँ, फसलों के प्रकार व उदाहरण, विज्ञान की संरचना एवं प्रकृति
  • प्राकृतिक विज्ञान: लक्ष्य एवं उद्देश्य, प्राकृतिक संसाधन,पर्यावरण, प्रदूषण व नियन्त्रण, जैव विविधता,अनुकूलन, कचरा प्रबंधन
  • जैव विकास
  • विज्ञान को समझना
  • विज्ञान की शिक्षण विधियाँ
  • नवाचार: पाठय सामग्री अथवा सहायक सामग्री मूल्यांकन समस्याएं, उपचारात्मक शिक्षण

Social Studies

  • मौर्य तथा गुप्त साम्राज्य एवं गुप्तोत्तर काल –
  • राजनीतिक इतिहास और प्रशासन, भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान भारत 600-1000 ईस्वी. वृहत्तर भारत।
  • मध्यकाल एवं आधुनिक काल –
  • भक्ति और सूफी आन्दोलन, मुगल राजपूत संबंध; मुगल प्रशासन, भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 का विद्रोह, भारतीय अर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश प्रभाव, पुनर्जागरण एवं सामाजिक सुधार, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947)।
  • भारतीय सभ्यता, संस्कृति एवं समाज –
  • सिन्धु घाटी सम्यता, संस्कृति, जैन व बौद्द धर्म, महाजनपदकाल।
  • भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र –
  • भारतीय संविधान का निर्माण व विशेषतायें, उद्देशिका, मूल अधिकार एवं मूल कर्त्तव्य, सामाजिक न्याय, बाल अधिकार व बाल संरक्षण, लोकतंत्र में निर्वाचन व मतदाता जागरूकता।
  • भारत का भूगोल एवं संसाधन –
  • भू-आकृतति, प्रदेश, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, वन्य जीवन, बहुउद्देशीय, नदी घाटी परियोजनाएँ, मृदा, कृषि फसलें, उद्योग, खनिज, परिवहन, जनसंख्या, मानव संसाधन, विकास के आर्थिक एवं सामाजिक कार्यक्रम।
  • राजस्थान का भूगोल एवं संसाधन – भौतिक प्रदेश, जलवायु एवं अपवाह प्रणाली, झीले, मृदा जल-संरक्षण एवं संग्रहण, कृषि फसलें, खनिज एवं ऊर्जा संसाधन, राजस्थान की प्रमुख नहरें एवं नदी घाटी परियोजनाएं, परिवहन, उद्योग एवं जनसंख्या, पर्यटन स्थल, वन एवं वन्य जीवन।
  • सरकार : गठन एवं कार्य –
  • संसद: राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद्‌ उच्चतम न्यायालय, राज्य सरकार पंचायती राज एवं नगरीय
  • स्व-शासन – राजस्थान के विशेष संदर्भ में, जिला प्रशासन व न्याय व्यवस्था।
  • पृथ्वी एवं हमारा पर्यावरण –
  • सौर मण्डल, अक्षांश, देशान्तर, पृथ्वी की गतियां, वायुदाब एवं पवनें, चक्रवात एवं प्रति चक्रवात, महासागरीय परिसंचरण, ज्वालामुखी, भूकम्प, पर्यावरणीय समस्याएं एवं समाधान।
  • राजस्थान का इतिहास – प्राचीन सभ्यताएँ एवं जनपद, राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का इतिहास, 1857 की क्रांति में राजस्थान का योगदान, राजस्थान में प्रजामण्डल जनजातीय व किसान आंदोलन, राजस्थान का एकीकरण, राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।
  • राजस्थान की कला व संस्कृति – राजस्थान की विरासत (दुर्ग, महल, स्मारक), राजस्थान के मेले, त्योहार एवं लोक कलाएं, राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोक नृत्य एवं लोक नाट्य, लोक देवता, लोक संत, लोक संगीत एवं संगीत वाद्य यंत्र, राजस्थान की हस्तकला एवं स्थापत्य कला, राजस्थान की वेशभुषा एवं आभूषण राजस्थान की भाषा एवं साहित्य।
  • शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-I: सामाजिक विज्ञान, सामाजिक अध्ययन की संकल्पना एवं प्रकृति, कक्षा-कक्ष की प्रक्रियाएँ, क्रियाकलाप एवं विचार विमर्श, सामाजिक विज्ञान, सामाजिक अध्ययन के अध्यापन की समस्याएँ, समालोचनात्मक चिन्तन का विकास।
  • शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-॥: पृच्छा, आनुभाविक साक्ष्य, शिक्षण अधिगम सामग्री एवं सहायक सामग्री, सूचना एवं संचार प्रोद्योगिकी प्रायोजना कार्य , सीखने के प्रतिफल, मूल्यांकन।

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