Rajasthan Geography Lab Assistant Syllabus 2025: राजस्थान राज्य मंत्रिस्तरीय और अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (आरएसएमएसएसबी) जल्द ही राजस्थान में विभिन्न प्रयोगशाला सहायक पदों के लिए एक भर्ती अधिसूचना जारी करेगा। यह लेख उन सभी छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा जो राजस्थान प्रयोगशाला में भूगोल सहायक की तैयारी कर रहे हैं।
इस लेख में हमने राजस्थान लैब असिस्टेंट भूगोल सिलेबस और परीक्षा पैटर्न 2025 के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की है, इसलिए राजस्थान लैब असिस्टेंट भूगोल की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों को इसे शुरू से अंत तक पढ़ना चाहिए।
राजस्थान राज्य कर्मचारी चयन बोर्ड ने राजस्थान राज्य प्रयोगशाला सहायक पाठ्यक्रम जारी कर दिया है। जो छात्र राजस्थान में भूगोल प्रयोगशाला सहायक की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए भूगोल प्रयोगशाला सहायक पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न के बारे में पूरी जानकारी यहां उपलब्ध है। उम्मीदवार अंत में दी गई तालिका से राजस्थान लैब असिस्टेंट भूगोल सिलेबस को पीडीएफ प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं।
Rajasthan Geography Lab Assistant Syllabus 2025 Exam Pattern
राजस्थान भूगोल प्रयोगशाला सहायक भर्ती परीक्षा में कुल दो पेपर आयोजित किए जाएंगे जहां पहले पेपर में सामान्य ज्ञान से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे और दूसरे पेपर में भूगोल से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा का प्रश्न पत्र कुल 300 अंकों का होगा और इसे हल करने के लिए 3 घंटे का समय आवंटित किया जाएगा। राजस्थान में भूगोल प्रयोगशाला सहायक के लिए परीक्षा पैटर्न इस प्रकार है-
प्रश्न-पत्र | अंक |
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भाग-अ :- सामान्य ज्ञान (राजस्थान का इतिहास, कला, संस्कृति, साहित्य, परम्पराएँ, विरासत एवं भूगोल) | 100 |
भाग-बः-भूगोल (Geography | 200 |
कुल अंक | 300 |
- प्रश्न पत्र कुल 100 अंकों में से 1 होगा जबकि प्रश्न पत्र 2 कुल 200 अंकों में से 3 घंटे की समय अवधि के साथ होगा।
- प्रत्येक पेपर के सभी प्रश्न बहुविकल्पीय (वस्तुनिष्ठ) प्रकार के होंगे और सभी प्रश्नों के अंक समान होंगे।
- परीक्षा के लिए न्यूनतम उत्तीर्ण अंक 40 प्रतिशत निर्धारित है। इससे नीचे स्कोर करने वाले अभ्यर्थी नियुक्ति के पात्र नहीं होंगे।
- प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1/3 का नकारात्मक अंकन होगा।
Rajasthan Geography Lab Assistant Syllabus 2025
Rajasthan Geography Lab Assistant Syllabus Paper 1st Syllabus :-
राजस्थान का इतिहास, कला एवं संस्कृति साहित्य, परम्पराएँ एवं विरासत
- राजस्थान के इतिहास के प्रमुख स्रोत।
- राजस्थान की प्रमुख प्रागैतिहासिक सभ्यताएँ।
- राजस्थान के प्रमुख राजवंश एवं उनकी उपलब्धियाँ।
- मुगल-राजपूत संबंध।
- स्थापत्य कला की प्रमुख विशेषताएँ।
- महत्वपूर्ण किले, स्मारक एवं संरचनाएँ।
- राजस्थान के धार्मिक आंदोलन एवं लोक देवी-देवता।
- राजस्थान की प्रमुख चित्रकलाएँ, शैलियाँ एवं हस्तशिल्प।
- राजस्थानी भाषा एवं साहित्य की प्रमुख कृतियाँ, क्षेत्रीय बोलियाँ।
- मेले, त्योहार, लोक संगीत लोक नृत्य, वाद्ययंत्र एवं आभूषण।
- राजस्थानी संस्कृति, परंपरा एवं विरासत।
- महत्वपूर्ण ऐतिहासिक पर्यटन स्थल।
- राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व।
- राजस्थान की रियासतें एवं ब्रिटिश संधियाँ, 1857 का जन-आंदोलन।
- कृषक एवं जनजाति आंदोलन, प्रजामंडल आंदोलन।
- राजस्थान का एकीकरण।
- राजस्थान का राजनीतिक जनजागरण एवं विकास महिलाओं के विशेष संदर्भ में।
राजस्थान का भूगोल
- स्थिति एवं विस्तार।
- मुख्य भौतिक विभाग: मरूस्थलीय प्रदेश, अरावली पर्वतीय प्रदेश, मैदानी प्रदेश, पठारी प्रदेश।
- अपवाह तंत्र।
- जलवायु।
- मृदा।
- प्राकृतिक वनस्पति।
- वन एवं वन्य जीव संरक्षण।
- पर्यावरणीय एवं पारिस्थितिकीय मुद्दे।
- मरूस्थलीकरण।
- कृषि जलवायु प्रदेश एवं प्रमुख फसलें।
- पशुधन।
- बहुउद्देशीय परियोजनाएँ।
- सिंचाई परियोजनाएँ।
- जल संरक्षण।
- परिवहन।
- खनिज संपदाएँ।
Rajasthan Geography Lab Assistant Syllabus 2025 2nd Syllabus
- भूगोल एक समाकलित विषय के रूप में, भूगोल की शाखाएं, भौतिक भूगोल का महत्व।
- पृथ्वी की उत्पत्ति एवं विकास।
- पृथ्वी की आन्तरिक संरचना।
- महासागरों एवं महाद्वीपों का वितरण।
- शैले प्रकार एवं विशेषताएँ।
- भू- आकृतिक प्रक्रियाएं।
- स्थल रूप एवं उनका विकास।
- वायु मण्डल संघटन एवं संरचना।
- सूर्य तप, ऊष्मा सन्तुलन, तापमान वितरण।
- वायुदाब एवं वायुमण्डलीय परिसंचरण।
- वायुमण्डल में जल वाष्पीकरण, संघनन वर्षण प्रकार एवं वितरण।
- विश्व की जलवायु जलवायु वर्गीकरण (कोपेन), हरितगृह प्रभाव, भूमण्डलीय ऊष्मन एवं जलवायु परिवर्तन।
- जलीय चक्र एवं अन्त’ समुद्री उच्चावच।
- तापमान एवं लवणता का वितरण महासागरीय तरंगे ज्वार भाटा एवं धाराएं।
- जैव मण्डल पारिस्थितिकी तंत्र एवं बायोम, जैव-भू रासायनिक चक्र-जल, कार्बन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन एवं अन्य खनिज चक्र पारिस्थितिक सन्तुलन।
- जैव विविधता एवं संरक्षण।
- भारत स्थिति आकार एवं पड़ोसी देश।
- भू-आकृतिक खण्ड।
- जल संभर संकल्पना, हिमालय एवं प्रायद्विपीय भारत के अपवाह तन्त्र।
- मानसून जलवायु, प्रभावित करने वाले कारक, क्रिया विधि-आरम्भ विच्छेद एवं निवर्तन, ऋतु लय वर्षा वितरण एवं परिवर्तिता, जलवायु प्रकार (कोपेन), मानसून एवं भारत का आर्थिक जीवन।
- वन- प्रकार एवं वितरण।
- मृदा- वर्गीकरण (आई.सी.ए. आर.) वितरण अवकर्षण एवं संरक्षण।
- आपदाएं- अर्थ, वर्गीकरण, भारत में प्राकृतिक आपदाएं, आपदा प्रबंधन।
- मानचित्र- प्रकार, मापनी प्रकार, साधारण रेखीय मापनी दूरी मापन, दिशा निर्धारण और सांकेतिक चिन्हों का प्रयोग।
- अक्षांश एवं देशान्तर- अर्थ एवं समय निर्धारण।
- मानचित्र प्रक्षेप- प्रकार, निर्माण एवं शिवताएं, एक प्रमाणिक अक्षांश शंकवाकार एवं समक्षेत्र बेलनाकर प्रक्षेप।
- वायु फोटोग्राफ- प्रकार एवं ज्यामिति, ऊर्ध्वाधर वायु फोटोचित्र।
- उपग्रह बिम्ब, सुदूर संवेदन आंकड़ों के अर्जन की अवस्थाएँ, प्लेटफार्म, संवेदक एवं सुदूर संवेदक आंकडे (फोटोग्रफिक एवं डिजिटल) उपग्रह बिम्बों से भौतिक एवं सांस्कृतिक लक्षणों की पहचान।
- मौसम उपकरण का उपयोग- तापमापी, आई एवं शुष्क बल्ब तापमापी, वायुदिशा सूचक यंत्र, वर्षा मापक यंत्र,
- मौसम चार्ट्स का प्रयोग- वायुदाब, हवा एवं वर्षा वितरण का वर्णन।
- मानव भूगोल- परिभाषा, प्रकृति विषय क्षेत्र एवं महत्व।
- विश्व की जनजातियाँ- एस्किमो, बुशमैन, गोंड भील जनजातियों का वितरण, आर्थिक एवं सांस्कृतिक विशेषताएँ।